(1) आजकल लोग समझते 'कम' और समझाते 'ज्यादा' हैं, तभी तो मामले सुलझते 'कम' उलझते 'ज्यादा' हैं! .
(2) ज़ुबान की हिफाज़त, दौलत से ज्यादा मुश्किल है ! .
(3) गरीबों का मज़ाक मत उड़ाओ, क्युँकि गरीब होने में वक्त नहीं लगता! .
(4) अगर इबादत नहीं कर सकते, तो गुनाह भी मत करो ! .
(5) दुनिया ये नहीं देखती कि तुम पहले क्या थे, बल्कि ये देखती है कि तुम अब क्या हो ! .
(6) जहां अपनी बात की कदर ना हो, वहां चुप रहना ही बेहतर है ! .
(7) धनवान वह नहीं, जिसकी तिजोरी नोटों से भरी हो , धनवान तो वो हैं जिसकी तिजोरी रिश्तों से भरी हो ! .
(8) लोगों से मिलते वक्त इतना मत झुको, कि उठते वक्त सहारा लेना पड़े! .
(9) शिकायते तो बहुत है तुझसे ऐ जिन्दगी, पर चुप इसलिये हु कि, जो दिया तूने, वो भी बहुतो को नसीब नहीं होता! .
(10) न सफारी में नज़र आई और न ही फरारी में नज़र आई; जो खुशिया बचपन मै दोस्तों के साथ साईकिल की सवारी में नज़र आई !!